एक साफ-सुथरी, दुर्गंध रहित यमुना की कल्पना करें, जहां लोग इसके किनारों पर चल सकते हैं या साइकिल चला सकते हैं, कुछ पक्षियों को देख सकते हैं और पेड़ों के नीचे आराम कर सकते हैं। इसलिए श्री महाराज जी स्वयं एवं अपने कार्य कर्ताओं के साथ मिलकर इस सपने को हकीकत में बदलने की नीयत से जुटे हुए है।
छह महीने तक इंजीनियरों, जल विशेषज्ञों और पर्यावरणविदों से परामर्श करने के बाद तैयार की गई योजना, “नदी को समग्र रूप से देखती है और इसके पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सभी पहलुओं को शामिल किया है जैसे सीवेज और औद्योगिक अपशिष्टों को इसमें प्रवेश करने से रोकना, पहचान करना” प्रदूषण के सभी बिंदु और गैर-बिंदु स्रोत, नदी तट का पारिस्थितिक विकास, जल पुनर्भरण के लिए जल निकायों का निर्माण और पुनर्जीवित करना, साइकिल चलाने, पैदल चलने और मनोरंजन के लिए सार्वजनिक स्थान बनाना, यहां तक कि नदी में विलीन होने वाले प्रदूषणकारी नालों को भी बहाल करना आदि कार्य प्रगति पर है।
मानव जाग्रती संस्था में दान करें, जो गौ सेवा, बंदर सेवा, संत सेवा और वृद्ध सेवा जैसे पुनीत कार्य करती है। आपका योगदान संस्था को इन सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने में मदद करेगा और समाज में सकारात्मक बदलाव लाएगा। आइए, मिलकर इन नेक कार्यों में सहयोग करें और मानवता की सेवा में अपना योगदान दें।
मानव जाग्रती संस्था एक पवित्र धार्मिक धर्मार्थ ट्रस्ट है जिसकी स्थापना श्री निम्बार्क ब्रजराज जी महाराज ने अपने गुरु श्री निम्बार्क प्रभु के प्रति समर्पण के रूप में की है।
Copyright © 2025 MJS | Design & Developed by- Pramod K Lavaniya
हमसे जुडने के लिए सब्सक्राइब करें!